tag:blogger.com,1999:blog-5253259476944883837.post1398128370062388364..comments2023-06-30T16:58:48.423+05:30Comments on बस यूँ ही..........WRITINGS OF SILENCE......: जिंदगीvijay kumar sappattihttp://www.blogger.com/profile/06924893340980797554noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-5253259476944883837.post-90956080149952308592014-04-07T13:00:39.215+05:302014-04-07T13:00:39.215+05:30अपने नसीब को बदलने की ताकत अगर मनुष्य में होती
जि...अपने नसीब को बदलने की ताकत अगर मनुष्य में होती <br />जिन्दगी में फिर शिकायत न होती <br />सपने केवल अच्छे ही होते तो कोई भी आँख बंद होने के बाद खुलती ही नहीं <br />लिखा विधना का मिटा सकता कोई <br />तो दशरथ पिता था परमात्मा का,<br /> परम सौभाग्य पाता पुत्र के साथ रहने का <br />पुत्र वियोग में प्राण गवांता नहीं <br />शापित न होता chandnihttps://www.blogger.com/profile/18235949544178212624noreply@blogger.com