Friday, May 18, 2012

सपने

जीवन में अब बहुत कुछ की उम्मीद नहीं है ,पर हाँ ;
सपने है एक नयी बदलती दुनिया के , एक बेहतर और खूबसूरत दुनिया के ,
कविता के , अक्षरों के , अल्फाज के ध्वनि के ,
फूलो के , बादलों के, चाँद के ,
किताबो के , संगीत के ,
बस सपने ही सपने है और इन्ही सपने पर मेरी साँसे चल रही है ........

1 comment:

  1. मुझे तो जिंदगी के बारे मे सोच कर बस एक ही गाना याद आता है
    "खुशियाँ और गम सहती है फिर भी ये चुप रहती है..अब तक किसी ने ना जाना जिंदगी क्या कहती है..."

    ReplyDelete