हिंदी ब्लॉगर और हिंदी फेसबूकिया , इस धरती को महान भारत देश की अमूल्य देन है . इन दोनों महान रूपों ने , मनोरंजन , ज्ञान और प्रेम के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान दिया है . जिसे कभी भी कमतर करके नहीं आंका जा सकता है . और मुझे गर्व है की मैं इन दोनों रूपों में समाहित हूँ . वैसे हिंदी ही क्यों , भारत की हर भाषा का योगदान इन दोनों रूपों में श्रेष्ठ है .. हर भाषा को नमन ... लेकिन हिंदी तो बात ही कुछ और है गुरु ....इसलिए मित्रो , सब मिलकर कहो .... भारत की जय . हिंदी की जय और हिंदी ब्लॉगर और हिंदी फेसबूकिये की जय . जय जय जय ......!!!
Monday, November 26, 2012
Friday, November 23, 2012
इश्क
जिस तरह से तेरा कुछ ,अब तलक मुझे में बाकी है ।
उसी ख्यालो -तसव्वुर में ;
मेरा भी कुछ , जरुर ; तुझमे बाकी होंगा ।
हाँ , ये अलग बात है की ,
इश्क हमेशा जिंदा रहता है ,
और ;
इश्क करने वाले मर जाते है -- जीते जी !!!
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