Monday, August 31, 2015

कितना बदल गया इंसान !

जो लोग किसी भी कारणवश अपने बच्चो की हत्या करते है [ चाहे वो फॅमिली प्राइड हो, चाहे प्यार हो, चाहे पैसा हो, चाहे हॉनर किलिंग हो. चाहे कोई भी कारण हो - जो सिर्फ और सिर्फ आदमी के स्वार्थ और क्रोध और भय और कुंठा की वजह से जन्मता है ] ; उन्हें इंडियागेट पर खुले आम फांसी दे देना चाहिए !
-- विजय का गुस्सा !

Monday, August 17, 2015

अम्मा

......मैंने पहले बोलना सीखा ...अम्मा... !

फिर लिखना सीखा.... क ख ग a b c 1 2 3 ...
फिर शब्द बुने !
फिर भाव भरे !

.... मैं अब कविता गुनता हूँ  , कहानी गड़ता हूँ ..
जिन्हें दुनिया पढ़ती है ..खो जाती है .. रोती है ... मुस्कराती है ...हंसती है ..चिल्लाती है ...
.....मुझे इनाम ,सम्मान , पुरस्कार से अनुग्रहित करती है ...!

.....और मैं किसी अँधेरे कोने में बैठकर,
....खुदा के सजदे में झुककर ,
धीमे से बोलता हूँ ...अम्मा !!!

विजय