सोचता हूँ कि तुम्हारे मेरे ज़िन्दगी में न होने से सिर्फ दुःख और खालीपन ही है ,पर ज़िन्दगी तो चल ही रही है क्योंकि खुदा के बनाए हुए इस निजाम में कभी भी कुछ भी नहीं रुकता है . ज़िन्दगी चलती ही रहती है .. यदि सोचना भी चाहे तो भी नहीं रूकती , सिवाय इसके कि उसके ख़त्म होने का समय आ जाये . और कभी कभी ये भी सोचता हूँ कि खुदा की शायद यही रज़ा थी कि मैं तेरे बिना और तू मेरे बिना ही जिये . और एक दुसरे की यादो में तड़प कर जिये और मरे.... पर ज़िन्दगी का रंग भी चटक ही होता है ... क्योंकि जीना इसी का नाम है ! पर आज फिर तेरी याद बहुत आ रही है !
Saturday, March 31, 2012
Thursday, March 29, 2012
after all...जिंदगी दो दिन की है , एक दिन जानने में और एक दिन लड़ने में नहीं गुजार देनी चाहिए . कम से कम इश्क में तो ऐसा न करे......कौन जाने , कल न ये मिले और न ही ये पल......
Wednesday, March 28, 2012
ज़िन्दगी
उम्र के बहुत से बरस बीतने के बाद ये छोटी सी बात समझ में आई है कि, ज़िन्दगी सिर्फ साँसों से ही नहीं , बल्कि पैसो से भी चलती है .
अफ़सोस सिर्फ इस बात का है कि , ज़िन्दगी का बहुत सा अरसा पैसो की अहमियत को नहीं समझने में निकल गया . आज पैसो को छोड़कर बाकी सब कुछ है .
कभी कभी मन को भुलावा देता हूँ कि ये बाकी कुछ ही असली सम्पति है ......पर ये है एक सफ़ेद झूठ !!
अफ़सोस सिर्फ इस बात का है कि , ज़िन्दगी का बहुत सा अरसा पैसो की अहमियत को नहीं समझने में निकल गया . आज पैसो को छोड़कर बाकी सब कुछ है .
कभी कभी मन को भुलावा देता हूँ कि ये बाकी कुछ ही असली सम्पति है ......पर ये है एक सफ़ेद झूठ !!
Tuesday, March 27, 2012
अक्सर ...!!
अक्सर साल गुजर जाते है ;
और पता भी नहीं चलता ....
लेकिन कोई कोई दिन ऐसा आता है कि ;
ज़िन्दगी फिर बरसो के लिए ठहर जाती है ...!
.....
कोई सड़क ...
कोई मोड़ ......
कोई छूटता हुआ हाथ ....
कोई नयी कहानी ..
........
कमबख्त मोहब्बत न होती तो ही अच्छा था !!
ज़िन्दगी के दरख्तों में उम्र के पलो को मिलते हुए तो देख लेता !!!
Monday, March 26, 2012
बस यूँ ही.......
बस यूँ ही.......
कभी कभी ...
सोचता हूँ.......
और अपनी सोच को शब्दों में ढालता हूँ....
और शब्द ही यहाँ मेरे मौन का परिचय है !!!
कभी कभी ...
सोचता हूँ.......
और अपनी सोच को शब्दों में ढालता हूँ....
और शब्द ही यहाँ मेरे मौन का परिचय है !!!
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