बस यूँ ही..........WRITINGS OF SILENCE......
Thursday, March 29, 2012
after all...जिंदगी दो दिन की है , एक दिन जानने में और एक दिन लड़ने में नहीं गुजार देनी चाहिए .
कम से कम इश्क में तो ऐसा न करे......कौन जाने , कल न ये मिले और न ही ये पल......
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