Wednesday, March 28, 2012

ज़िन्दगी

उम्र के बहुत से बरस बीतने के बाद ये छोटी सी बात समझ में आई है कि, ज़िन्दगी सिर्फ साँसों से ही नहीं , बल्कि पैसो से भी चलती है . 

अफ़सोस सिर्फ इस बात का है कि , ज़िन्दगी  का बहुत सा अरसा पैसो की अहमियत को नहीं समझने में निकल गया . आज पैसो को छोड़कर बाकी सब कुछ है .


कभी कभी मन को भुलावा देता हूँ कि ये बाकी कुछ ही असली सम्पति है ......पर ये है एक सफ़ेद झूठ !!

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