Thursday, June 14, 2012

खुदा

चल आजा खुदा .
एक कौर नमक-रोटी खा ले ;
एक घूंट पानी पी ले .
पता नहीं कितने दिन हुए.... तुने खाया न होंगा .
मैं जानता हूँ न ,
तेरी दुनिया के बंदे तुझे चैन से जीने नहीं देते है !!!

4 comments:

  1. Kya imagination hai Sir apka....Khuda ko hi bechara bana diya....wah..... I love it......

    ReplyDelete
  2. सच में बन्दों को मांगने से फुर्सत मिले तो खुदा को कुछ चैन मिले ....बहुत खूब

    ReplyDelete
  3. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  4. क्या बात है विजय भाई ....
    शुभकामनायें !

    ReplyDelete