Friday, June 8, 2012

जिंदगी

काश जिंदगी में एडिट आप्शन होता तो मैं अपने आपको और अपनी जिंदगी को कई बार एडिट कर चुका होता ... ... और कौन जाने कि एक सपनो से भरी बेहतर जिंदगी को जी पाता ... 

कौन जाने ....!

1 comment:

  1. अपने नसीब को बदलने की ताकत अगर मनुष्य में होती
    जिन्दगी में फिर शिकायत न होती
    सपने केवल अच्छे ही होते तो कोई भी आँख बंद होने के बाद खुलती ही नहीं
    लिखा विधना का मिटा सकता कोई
    तो दशरथ पिता था परमात्मा का,
    परम सौभाग्य पाता पुत्र के साथ रहने का
    पुत्र वियोग में प्राण गवांता नहीं
    शापित न होता

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