क्या वाकई हम आज़ाद है .... ?
ऊपर बैठे क्रांतिकारी और देश को आज़ाद करानेवाले शहीद जरुर आज देश की गति देखकर रोते होंगे. और सोचते होंगे कि क्या उन्होंने इसी तरह के देश की कल्पना की थी ...जो आज के मौजूदा हाल में है .
जय हिंद जी .
विजय
ऊपर बैठे क्रांतिकारी और देश को आज़ाद करानेवाले शहीद जरुर आज देश की गति देखकर रोते होंगे. और सोचते होंगे कि क्या उन्होंने इसी तरह के देश की कल्पना की थी ...जो आज के मौजूदा हाल में है .
जय हिंद जी .
विजय
बहुत खूबसूरत रचना………………स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !
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