Sunday, August 3, 2014

||| यौन अपराध के विरुद्ध एक मोर्चा – भाग दो |||



दोस्तों ,

मैंने पिछली पोस्ट में आपसे कहा था कि मैं इस सीरीज में बहुत से बातो पर चर्चा करूँगा और उन पर आपकी राय भी चाहूँगा . आज के दुसरे भाग में मैं कुछ बुनियादी बाते आपके साथ शेयर करना चाहता हूँ . 

पहली बात तो ये है कि अगर हम ये समझते है कि नीचे लिखी इन बातो/ actions से हम यौन अपराध दूर कर देंगे तो ये हमारी सबसे बड़ी गलत सोच है और वो बाते है – 

१. सोशल नेटवर्किंग साइट्स जैसे फेसबुक पर इस विषय पर कविता, कहानी लिख लेना .
२. ट्विटर या दुसरे micro blogging sites पर इन अपराधो के ऊपर ट्वीट / न्यूज़ शेयर कर देना 
३. कैंडल मार्च या दुसरे जुलुस निकाल कर हो हल्ला करना 
४. अखबारों और दुसरे मीडिया मीडियम पर चीखना चिल्लाना 
५. इस विषय पर सरकार को या सरकारी मशीनरी को ही पूरी तरह से दोषी मानना 
६. इस विषय पर बाते और बाते और सिर्फ बाते ही करना 
७. ड्रिंक्स टेबल या डिनर टेबल पर दोषियों को गाली देकर कर शांत हो जाना 
८. इत्यादि .....!

मैं ये मानता हूँ कि हम में से बहुत से लोग इन बातो से अपने मन की कहते है और करते है . लेकिन मैं ऊपर लिखी बातो को सिर्फ अपने आक्रोश या अपने मन की कुंठित व्यथा को व्यक्त करने  का एक तरीका ही मानता हूँ . क्योंकि मेरे रिसर्च के दौरान मुझे कुछ बातो का पता चला है जिससे ये साबित होता है कि इन सब बातो से यौन अपराध नहीं रुकते . उन्हें रोकने के लिए ये एक शुरुवात मानी जा सकती है लेकिन इन सबसे यौन अपराध नहीं रुकेंगे . 
आप जानना चाहेंगे क्यों ? 

क्योंकि यौन अपराध करने के लिए चार बाते मुख्य रूप से जरुरी होती है और वो है : 
१. अवसर या मौका मिलना 
२. एकांत 
३. सुप्त, ,कुंठित, दमित वासनाये और unfulfilled sexual desires और conditioned temptations 
४. और एक ट्रिगर वर्क जो कि अवसर मिलते ही इन कुंठित और दमित वासनाओ को ट्रिगर करे और अपराधी tempt होकर act और react करे. और यौन अपराधो को अंजाम दे 

इसमें ट्रिगर वर्क बहुत महत्वपूर्ण है और इसके लिए जो कारक है वो है शराब का नशा , porn materials के after effects , और conditioned temptations को रिलीज़ करने का रास्ता दिखाई दे . 

conditioned temptations वो होते है जो फिल्मो , विज्ञापन , item songs , porn materials, internet exposure और मीडिया के द्वारा लगातार अपराधी के मन को condition किये होते है .
अवसर का सबसे ज्यादा फायदा वो यौन अपराधी उठाते है जो , मासूम बच्चो के साथ यौन अपराध करते है  

यौन अपराधी दो तरह के होते है , एक instant action वाले और दुसरे plan करके अपराध करने वाले . वैसे तो दोनों के लिए ये जिस्मी भूख को शांत करने का ज़रिये है , लेकिन इंस्टेंट एक्शन के बदले में प्लान करने वाले ज्यादा खतरनाक होते है . और दरिन्दिगी के मामले में इंस्टेंट एक्शन वाले अपराधी ज्यादा खतरनाक होते है . और मैं दोनों से ही नफरत करता हूँ . 

एक और बात आपको बताऊँ तो आप हैरान हो जायेंगे . यौन अपराध करने वालो में पढ़े लिखो की संख्या ज्यादा होती है . अनपढ़ के पास कोई कंडीशनिंग नहीं होती है , पर पढ़े लिखे, शानदार और धनवान लोग , यौन अपराध ज्यादा करते है . वो प्लान करते है और विक्टिम को या तो मजबूर करके या परेशान करके या तबाह करके अपने कुत्सित इरादों को पूरा करते है . 

देश में फैली गरीबी, मज़बूरी, अनपढ़ता इत्यादि वो दूसरी महत्वपूर्ण बाते है जिसका फायदा लोग उठाते है और यौन अपराध करते है .

और तो और मैं उन सारे बंधुओ को यौन अपराधी मानता हूँ जो फेसबुक पर स्त्रियों के फोटोज को ज्यादा like करते है और उनके स्टेटस पर ज्यादा कमेंट करते है . ये सब सिर्फ और सिर्फ उनकी सुप्त और दमित वासनाओ का ही outcome होता है  . मेरी नज़र में नए generation के वो सारे महान so called  साहित्यकार भी यौन अपराधी है जो अपनी कहनियो में adult content ज्यादा डालते है और वो संपादक और प्रकाशक भी यौन अपराधी है जो स्त्री लेखको पर ज्यादा मेहरबान होते है . और हाँ वो सारे पति भी , जो अपनी पत्नी की मर्जी न होते हुए भी उनसे संबध बनाते है . वो भी अपराधी ही है .

आप सभी इनके अलावा उन बहुत से पुरुषो और ऐसे संबंधो को जानते होंगे जो / जिसमे यौन अपराधी मौजूद है, और जिन्होंने आपकी जान को हलकान किया रखा है :

१. चाहे वो फिर बस / ट्रेन का हमसफ़र हो 
२. चाहे वो आपका टेलर / दर्जी या undergarments को बेचने वाला दूकानदार  हो 
३. चाहे वो आपके दूर और नजदीक के रिश्तेदारी में हो 
४. चाहे वो आपके दोस्त / प्रेमी के रूप में छुपा हुआ हो 
५. चाहे वो घर का ड्राईवर /नौकर हो 
६. चाहे वो आपका बॉस या साथ में काम करने वाला colleague हो 
७. चाहे वो कोई अजनबी हो जो आपको stalk कर रहा हो 
८. मतलब ये कि ये यौन अपराधी आपको हर जगह मिल जायेंगे , चाहे वो घर में क्यों न हो या फिर पड़ोस में , ऑफिस में , समाज में , हर जगह ये है . इनसे सावधान रहे 

अब जब मैं इन सब statistics को पढता हूँ तो एक सवाल जेहन में आता है , क्या हम सब यौन अपराधी है ?  मैंने अपनी रिसर्च से परेशान होकर कुछ और किताबे पढ़ी और कुछ मनोविज्ञान के डॉक्टर्स से बात की. जो outcome आया वो कुछ इस तरह से है . this is really a bitter truth that we all are criminals somewhere in our subconscious or unconscious mind  ! More than 60% people kill those negative emotions in the beginning, out of balance people some 30% keep those emotions in their unconscious mind, which they hardly get opportunity to release outside their own life framework. But sometimes they release these conditioned emotions with their wives, lovers! The last balances 10% are the real criminals who commit these sexual crimes. They keep these emotions in their subconscious mind and as & when time and opportunity comes, they act on those emotions and do these crimes. 

आप लोगो की राय और चर्चा का स्वागत है . जल्दी ही मिलता हूँ अगले भाग के साथ , अगले भाग में मैं बलात्कार  पर चौंका देने वाले statistics पेश करूँगा . 

दोस्तों , यौन अपराध , समाज पर एक नासूर है , आईये एक जागृतता अपने आसपास फैलाए . इस नासूर को दूर करे. 

आईये मिलकर एक कोशिश करे. 

धन्यवाद 
आपका 
विजय



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