Sunday, March 12, 2017

इरोम !


इरोम !
मैं तुम्हे सलाम करू ? या दुआ करू ? या इतने बरस की तुम्हारी कुर्बानी की इबादत करू ? या फिर जिन लोगो के लिए तूमने अपनी ज़िन्दगी के १६ बरस दे दिए . और उन्होंनेतुम्हे सिर्फ 90 वोट देकर ये साबित कर दिया है कि तुम और तुम्हारी कुर्बानी उनके लिए नहीं है . यही इस banana republic की असली सच्चाई है. खैर कोई नहीं जी , अच्छा ही हुआ तुम इस गन्दी राजनीति के दलदल में नहीं फंसी . तुमे सलाम करने वालो में अभी भी बहुत से लोग है , और मुझे गर्व है कि मैं उनमें से एक हूँ.
तुम्हारा भाई
विजय


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